Description
खाद्यान्न संकट का निर्मूलन समाज के विकास में सराहनीय कार्य रहा है खाद्य सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में सार्वजनिक वितरण प्रणाली ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही कार्य करना आरंभ किया था। भारत के सभी लोगों को हर समय पर्याप्त खाद्यान्न उपलब्ध हो सके इस हेतु सार्वजनिक वितरण प्रणाली ने अपना सर्वस्व दिया है। समाज में गरीबी भूखमरी खाद्यान्न की कमी जैसी राष्ट्रीय विकास में बाधा पहुंचाने वाली घटनाओं का प्रस्तुत पुस्तक में एक प्रासंगिक चिंतन व्यक्त किया गया है। खाद्यान्न संकट की मूल समस्याओं एवं उस से उभरने वाली अनेक घटनाओं का प्रस्तुत किताब में मार्मिक चिंतन प्रस्तुत किया गया है।
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